Saturday, October 15, 2011

विधायकों का राजनीतिक भविष्य बताएगा हिसार उपचुनाव परिणाम -लोकप्रियता पर भी लग सकता है प्रश्न चिन्ह



विधायकों का राजनीतिक भविष्य बताएगा हिसार उपचुनाव परिणाम 
-लोकप्रियता पर भी लग सकता है प्रश्न चिन्ह 
हिसार (संदीप सिंहमार)।
हिसार लोकसभा उपचुनाव का परिणाम विभिन्न राजनीतिक दलों में जहां उनके जनाधार को साबित करेगा, वहीं  इन राजनीतिक दलों के स्थानीय विधायकों का राजनीतिक भविष्य भी तय करेगा। हिसार लोकसभा क्षेत्र के नौ विधानसभा क्षेत्र के विधायक किसी न किसी राजनीतिक दल से जरूर जुड़े हैं। कोई कांग्रेस से, कोई इनेलो से तो कोई हरियाणा जनहित कांग्रेस पार्टी से। चुनाव का परिणाम इन विधानसभा क्षेत्र के विधायकों की ताकत भी पार्टी सुप्रीमो या हाइकमान के सामने लाएगा, जहां से वे जीत कर विधानसभा पहुंचे हैं। अप्रत्यक्ष रूप से कहें तो, यह चुनाव परिणाम भविष्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी किस उम्मीदवार को उतारे, इसकी भी एक धुंधली तस्वीर पार्टी हाइकमान के सामने ला सकता है। अपनी इस परीक्षा में पास होने के लिए यहां के विधायक संभवत: पार्टी प्रत्याशी के साथ फिलहाल जुटे और उसे विजयी बनाने का दावा भी कर रहे हैं। मगर सभी की तस्वीर 17 अक्टूबर को होने वाली मतगणना के बाद स्पष्ट हो जाएगी। राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो चुनाव में मुकाबला तीन प्रत्याशियों के बीच है। हरियाणा जनहित कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के संयुक्त प्रत्याशी कुलदीप बिश्रोई, कांग्रेस के जय प्रकाश और इंडियन नेशनल लोकदल के प्रत्याशी अजय चौटाला। हिसार का यह चुनावी मैदान कांग्रेस प्रत्याशी जय प्रकाश के लिए 2009 वाला ही है। मगर मैदान में उतरे भाजपा-हजकां प्रत्याशी कुलदीप बिश्रोई और इनेलो प्रत्याशी अजय चौटाला के लिए यह मैदान अलग है। ये दोनों ही हिसार लोकसभा से पहली बार चुनाव लड़े हैं। इससे पहले इन दोनों का मुकाबला भिवानी लोकसभा क्षेत्र में हो चुका है। उस वक्त कुलदीप बिश्रोई अजय चौटाला को हराकर पहली बार सांसद बने थे। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी जय प्रकाश को हरियाणा जनहित कांग्रेस के संरक्षक एवं पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल 2009 के आम लोकसभा चुनाव में शिकस्त दी थी। यह चुनाव परिणाम क्या नया रंग लाता है, उसकी परतें 17 अक्टूबर की शाम तक खुल जाएंगी। मगर जाहिर सी बात है कि अब इन तीनों प्रत्याशियों के लिए उपचुनाव का परिणाम अब तक की सबसे बड़ी चुनौती है। यह चुनौती सिर्फ इन प्रत्याशियों के लिए नहीं है, बल्कि राजनीतिक दलों के हिसार लोकसभा क्षेत्र के विधायकों के लिए भी है। नौ हलकों के इस लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा छह विधायक कांग्रेस के, दो इनेलो के और एक स्वयं कुलदीप बिश्रोई आदमपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।  
 इनेलो प्रत्याशी अजय चौटाला के साथ उनकी पार्टी के दो विधायक हैं। उचाना कलां से उनके पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला स्वयं विधायक हैं और नारनौंद से विजयी रही इनेलो की विधायक सरोज मोर हैं। कांग्रेस की टीम में हिसार विधानसभा से लगातार दूसरी बार विधायक बनी सावित्री जिंदल, नलवा से पूर्व मंत्री प्रो.संपत सिंह, बवानी खेड़ा से रामकिशन फौजी, बरवाला से रामनिवास घोड़ेला, उकलाना से नरेश सेलवाल और हांसी से मुख्य संसदीय सचिव विनोद भ्याना हैं। बता दें कि विनोद भ्याना हांसी विधानसभा से हरियाणा जनहित कांग्रेस से लड़े थे, मगर बाद में वे हजकां छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए। 2009 के ही विधानसभा चुनाव में हिसार लोकसभा क्षेत्र के नौ हलके में बहुमत कांग्रेस का रहा। अब इन विधानसभा क्षेत्रों से कांग्रेस प्रत्याशी का किसी भी प्रत्याशी से पीछे रहना यहां के विधायकों की लोकप्रियता पर भी सीधे प्रश्न चिन्ह लगा सकता है।
मगर 2009 के लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव परिणामों का आंकड़ा कुछ अलग ही बयान करते हैं। जिन विधानसभा क्षेत्रों से कांग्रेस के विधायक बन कर आए, उन क्षेत्रों में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी जय प्रकाश  दूसरे या तीसरे नंबर पर रहे थे। अगर उस वक्त इनेलो-भाजपा के संयुक्त प्रत्याशी प्रो. संपत सिंह की बात करें तो उन्होंने नारनौंद, उचानाकलां और उकलाना विधानसभा क्षेत्र से सबसे ज्यादा वोट हासिल किए थे और उनमें से दो उचाना और नारनौंद विधानसभा क्षेत्र में इनेलो के ही विधायक बने। हरियाणा जनहित कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भजनलाल की जीत 6983 वोटों से हुई थी। वे हिसार लोकसभा के नौ हलकों में से छह हलके हिसार, बरवाला, हांसी, आदमपुर, बवानीखेड़ा और नलवा में आगे रहे। जब  विधानसभा चुनाव की बारी आई तो स्थिति अलग बनी और इन छह हलकों में से केवल आदमपुर और हांसी विधानसभा क्षेत्र में हजकां प्रत्याशी विजयी हुए। लिहाजा, यह उपचुनाव तीनों राजनीतिक दलों के विधायकों के जनाधार की स्थिति भी स्पष्ट करेगा। पंद्रहवीं लोकसभा में हिसार क्षेत्र में कुल मतदान 828461 हुआ, जिसमें से भजनलाल को 248476, प्रो. संपत सिंह को 241493 और कांग्रेस प्रत्याशी जय प्रकाश को 205539 वोट मिले थे। इस दौरान बसपा प्रत्याशी राम दयाल गोयल 90277 वोट लेकर चौथे स्थान पर रहे थे।

लोकसभा 2009 में तीन मुख्य पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में नौ विधानसभा क्षेत्रों में मिले वोट
विधानसभा क्षेत्र कुल मतदाता कांग्रेस इनेलो हजकां         जीत में अंतर
उचाना कलां        106618       22655 47181 14861          24526
आदमपुर              92693         24577 18893 38914          14337
उकलाना              107944      26620 40346 20904      13726    
नारनौंद             104801     29476      38954 18267           9478
हांसी                  91441       23811 21279      32581            8770
बरवाला             84444         18468    22210 29274            7064
हिसार            622971              4324   9166 31850           17526
नलवा            82347             22008   19738 30528            8520
बवानी खेड़ा      95616      22529 23629 31232            7603




विधानसभा 2009 में इन्हीं तीन मुख्य पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में इन्हीं नौ विधानसभा क्षेत्रों में मिले वोट        
विधानसभा क्षेत्र कुल मतदाता कांग्रेस इनेलो हजकां भाजपा जीत में अंतर
उचाना कलां             133891      62048 62669 1323 1525  621
आदमपुर              105356       42209  8676 48224  1209 6015  
उकलाना               111653       45973 42235 14820  2911 3738
नारनौंद                 121976      38225 48322 कोई नहीं 37949 10097
हांसी                   106122      28113   18316 35282  6042 7104
बरवाला                  94345      29998   20602 18785  3854 9396
हिसार                    78030    32866           6527 14437  2594 14728
                                  94295    38138          21799 27237  1144 10901
बवानी        104401 35039     28766          25376  1500  6273











;