-बेटियों ने दिया अर्थी को कंधा
हिसार 1 अक्तूबर।
समाज में कुछ लोग ऐसे है जो इस संसार को छोडऩे के बाद भी मानवता भलाई के कार्यों के लिए जाने जाते हैं। इसी तरह शांती नगर निवासी कृष्ण कुमार की पत्नी 45 वर्षीय किरण देवी इन्सां को भी जाना जाएगा। किरण इन्सां के निधन के बाद उनके परिजनों ने उनका शरीर मेडिकल रिसर्च के लिए दान कर समाजसेवा का ऐसा अनूठा उदाहरण पेश किया है जिससे मानवता बाग-बाग हो उठी है। किरण इन्सां का शनिवार को निधन हो गया था जिसके बाद उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार परिजनों ने सोमवार सुबह उनका शव मेडिकल कॉलेज रोहिल खंड बरेली (यूपी) को सौंप दिया। किरण देवी इन्सां की शव यात्रा की शुरूआत विनती का भजन लगाकर की गई। उनके पार्थिव शरीर को उनकी बेटी कान्हा इन्सां व पूजा इन्सां ने कंधा देकर एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया। शव यात्रा उनके निवास स्थान शांति नगर से शुरू होकर पड़ाव चौक, जहाज पुल, आर्यनगर, राजगुरू मार्केट, परिजात चौक, पालिका बाजार से होती हुई नागौरी गेट पर पहुंची। यहां से उनकी देह एंबुलैंस के माध्यम मेडिकल कॉलेज रोहिल खंड बरेली (यूपी) भिजवा दी गई। शव यात्रा में सुभाष मुखीजा इन्सां, अतुल इन्सां, अशोक इन्सां, संजय पाहुजा, अशोक मेहता व जयलाल सहित सैंकड़ों की संख्या में साध संगत के अलावा राजनीतिक व धार्मिक संगठनों के लोग भी शामिल हुए। किरण देवी के पति कृष्ण कुमार इन्सां ने बताया कि पूजनीय हुजूूर पिता संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से ही उन्होने शरीर दान किया है।
कस्बावासियों ने की सराहना
शांति नगर निवासी किरण देवी इन्सां द्वारा शरीर दान किए जाने का समाचार मिलने पर कस्बावासियों ने मुक्तकंठ से उनके इस साहसिक कार्य की सराहना की।
देहदान से पहले किए नेत्रदान
इससे पहले शनिवार को उनके निधन के बाद उनकी आखें भी दान की गई। निधन की सूचना मिलने के बाद डेरा सच्चा सौदा के हिसार के नेत्रदान समिति के सेवादारों ने मौके पर पहुंचकर डा. अशोक गर्ग के नेतृत्व में गुरदीप अनेजा इन्सां ने नेत्र उत्सर्जित कर उन्हे सुरक्षित डेरा सच्चा सौदा सिरसा स्थित नेत्र बैंक में सुरक्षित पहुंचा दिये। जहां उनकी आंखे दो अंधेरी जिन्दगियों को रोशनी प्रदान करेगी।
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