Friday, June 21, 2013

गंगा में तैरते मिले 40 शव, मृतक संख्या 207 हुई

गंगा में तैरते मिले 40 शव, मृतक संख्या 207 हुई
देहरादून, एजेंसी

बेपनाह खूबसूरती के लिए मशहूर उत्तराखंड प्रकृति की ऐसी विनाशलीला का दंश झेल रहा है, जिससे उबरने में महीनों लग जाएंगे। दुर्गम पहाड़ों के बीच चारों ओर मौत का सन्नाटा है और जिंदा बचे लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं। सैंकड़ों लोग टनों मलबे के नीचे दबे हुए हैं।इस आपदा की भयावह तस्वीरें एक एक कर सामने आ रहीं हैं और आज हरिद्वार के पास गंगा में तैरते हुए 40 शवों को निकाला गया। राज्य में आई इस भयावह आपदा में अब तक मृतक संख्या 207 पहुंच गयी है। उधर बचावकर्मियों ने पर्वतीय राज्य के अनेक दुर्गम स्थानों में अब भी फंसे हुए 50,000 लोगों को निकालने के काम को और रफ्तार दे दी है।एक सप्ताह पहले राज्य में भारी मॉनसून के प्रकोप के बाद से सेना, वायु सेना और आईटीबीपी समेत अनेक एजेंसियों द्वारा युद्धस्तर पर शुरू किये गये अभियानों में करीब 34,000 लोगों को निकाला जा चुका है। वायु सेना ने राहत और बचाव के काम के लिए 13 और हेलीकॉप्टरों को लगाया है और इस तरह अभियान में कुल मिलाकर 43 हेलीकॉप्टर लगे हुए हैं।
वायु सेना ने एमआई—26 हेलीकॉप्टर को सीमा सड़क संगठन के लिए जरूरी ईंधन और भूस्खलन के बाद बंद हुए रास्तों को साफ करने के लिए जरूरी संसाधनों को पहुंचाने के लिए लगाया है। उत्तराखंड के प्रधान सचिव राकेश शर्मा ने कहा है कि मृतक संख्या काफी ज्यादा और स्तब्ध करने वाली हो सकती है। इससे साफ संकेत है कि हालात सामान्य होते होते यह आपदा बड़ी विनाशलीला कर चुकी होगी और भारी संख्या में लोगों को लील चुकी होगी।
फंसे हुए लोगों को पिछले कुछ दिन से कुछ भी खाने को नसीब नहीं होने की खबरों के बाद खाने के पैकेट पहुंचाने के प्रयास भी तेज कर दिये गये हैं।

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